सिक्ख गुरुओं का इतिहास । Sikh Guru History in Hindi
गुरु नानक सिक्ख मत के प्रवर्त्तक कहलाते थे। गुरु नानक का जन्म 1469 ई. में पश्चिमी पंजाब के तलवण्डी नामक …
गुरु नानक सिक्ख मत के प्रवर्त्तक कहलाते थे। गुरु नानक का जन्म 1469 ई. में पश्चिमी पंजाब के तलवण्डी नामक …
उत्पत्ति – इस ग्रन्थि की उत्पत्ति भ्रूण के मीजोडर्म से होती है । यह वक्षीय गुहा में हृदय से आगे, …
उत्पत्ति – पीयूष ग्रंथि की उत्पत्ति भ्रूण के एक्टोडर्म से होती है। यह अग्रमस्तिष्क के डायनसेफैलान भाग के नीचे की …
जीवित रहने के लिए भोज्य पदार्थों के उपापचय द्वारा ऊर्जा प्राप्त करने की क्रिया को पोषण कहते हैं। जीवो में …
इस वंश का सबसे प्रतापी राजा बिम्बिसार था। जैन साहित्य में बिम्बिसार को ‘श्रेणिक’ कहा गया है। उसने वैशाली, कौशल …
चन्द्रगुप्त मौर्य ने अपने गुरु चाणक्य (कौटिल्य या विष्णुगुप्त) की सहायता से मगध के शासक धनानन्द का वध करके ‘मगध’ …
मध्य प्रदेश राज्य विभिन्न राज्यों की तरह ही हर साल MPPSC 2021-22 Prelims (राज्य सेवा और राज्य वन सेवा) परीक्षा …
SSC CHSL 10+2 2021-22 Online Form भारत के सबसे बड़े भर्ती बोर्डों में से एक कर्मचारी चयन आयोग (SSC CHSL …
उपास्थि एक प्रकार का संयोजी ऊतक होता है, जिसकी आधात्री एक अर्धठोस, लचीले और पारदर्शक ग्लाइकोप्रोटीन कॉण्ड्रिन की बनी होती …
सभी कशेरुकियों में केवल एक हृदय पाया जाता है जो कि शरीर के वक्ष गुहा में स्थित होता है। यह …
रुधिर वाहिकाओं में रुधिर हृदय स्पन्दन के कारण एक दाब से बहता है। चूँकि केशिकाओं की दीवार बहुत पतली होती …
छोटे-छोटे एककोशिकीय तथा सरल बहुकोशिकीय जन्तुओं में भोजन, ऑक्सीजन और दूसरे उपयोगी पदार्थों का आदान प्रदान विसरण के द्वारा होता …
हमे अपने विचारों को प्रकट करने के लिए किसी न किसी माध्यम की आवश्यकता होती है, अतः अपने विचारों को …
रुधिर परिसंचरण तन्त्र वह परिसंचरण तन्त्र है, जिसमें परिसंचरण करने वाला द्रव एक विशिष्ट संरचना वाला रुधिर होता है। मनुष्य …
जिन शब्दों से किसी कार्य के करने या होने का भाव प्रकट होता है, उसे क्रिया कहते हैं। जैसे – …